शिक्षिकाओं का मूल्यांकन बालिकाओं की दक्षता पर
कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में नामांकित 6, 7 व 8 वर्ग की बालिकाओं की दक्षता अब वार्डेन व शिक्षिका के कार्यों के मूल्यांकन का भी आधार होगा। राज्य सरकार ने इस प्रस्ताव पर मुहर लगा दी है। बिहार शिक्षा परियोजना परिषद ने इस संबंध में सरकार के निर्णय को लेकर बालिकाओं की दक्षता की समय सीमा भी तय कर दी है। इस विद्यालय में टाईप 1 व 3 में नामांकित बालिकाओं को हर हाल में 10 जनवरी 2023 तक हिंदी, अंग्रेजी और गणित में निर्धारित दक्षता प्राप्त करानी होगी।
बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के राज्य परियोजना निदेशक असंगबा चुबा आओ ने इस संबंध में सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, जिला जेंडर समन्वयकों को पत्र लिखकर सरकार के निर्णय की जानकारी दी है। उन्हें कहा गया है कि हर हाल में विभाग के निर्देश का पालन होना चाहिए। उन्होंने कहा कि निर्धारित लक्ष्य की प्राप्ति का दायित्व जिला जेंडर समन्वयक का होगा, जबकि वार्डेन और अंशकालिक शिक्षिका के कार्यों के मूल्यांकन का भी आधार होगा। असंगबा चुबा ने कहा कि विद्यालय के वार्डेन व अंशकालिक शिक्षिका बालिकाओं के साथ कड़ी मेहनत करेगी। शनिवार को छोड़कर विद्यालय कार्य दिवस में प्रतिदिन कम से कम 2 घंटा और शनिवार और रविवार को 5 घंटा बालिकाओं को अध्ययन कराते हुए लक्ष्य को निर्धारित तिथि तक पूरा कराएगी। इसके बाद मूल्यांकन कर संलग्न प्रपत्र में जिला कार्यालय को प्रगति रिपोर्ट उपलब्ध कराएंगी। जिला कार्यालय इस रिपोर्ट को समेकित रूप में राज्य कार्यालय को भेजेगा।
Source:-
Hindustan 24/11/22