बेहतर काम करने में बांका एडीएम अव्वल, अररिया फिसड्डी
अब हर महीने अपर समाहर्ताओं की होगी रैंकिंग, काम के आधार पर मिलेगा जिलों को अंक , तीन सबसे खराब काम करने वाले अपर समाहर्ताओं को नोटिस दिया जाएगा
जिलों की रैंकिंग
1. बांका 2. पूर्णिया 3. सारण 4. भागलपुर 5. मधेपुरा 6. कैमूर 7. पूर्वी चंपारण 8. बक्सर 9. नवादा 10. कटिहार 11. नालंदा 12. पटना 13. जहानाबाद 14. शिवहर 15. सीतामढ़ी 16. किशनगंज 17. सुपौल 18. समस्तीपुर 19. गया 20. सीवान 21. वैशाली 22. दरभंगा 23. अरवल 24. लखीसराय 25. मुजफ्फरपुर 26. मुंगेर 27. जमुई 28. शेखपुरा 29. रोहतास 30. मधुबनी 31. पश्चिमी चंपारण 32. औरंगाबाद 33. बेगूसराय 34. भोजपुर 35. गोपालगंज 36. खगड़िया 37. सहरसा 38. अररिया
पटना, हिन्दुस्तान ब्यूरो। राज्य सरकार भूमि से जुड़े अपर समाहर्ताओं के कार्यों के आधार पर उनकी रैकिंग करेगी। यही नहीं, तीन सबसे बेहतर कार्य करने वाले अपर समाहर्ताओं को सम्मानित करेगी और उन्हें प्रशस्ति पत्र देगी। जबकि, तीन सबसे खरीब काम करने वाले अपर समाहर्ताओं को कारण बताओ नोटिस दिया जाएगा। यदि खराब प्रदर्शन करने वाले अपर समाहर्ताओं का जवाब असंतोषजनक होगा तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कार्रवाई के लिए सामान्य प्रशासन विभाग को लिखा जाएगा। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने इसकी शुरुआत कर दी है। बुधवार को विभाग ने अक्टूबर के लिए पीओपी (परफार्मेंस ऑन ऑब्जेक्टिव पारामीटर्स) जारी किया। इसके आधार पर बांका जिले को पहला स्थान मिला है, जबकि अररिया सबसे फिसड्डी जिला रहा।
राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री आलोक कुमार मेहता ने शास्त्रत्त्ीनगर स्थित सर्वे भवन में अपर समाहर्ताओं की मासिक बैठक में इस निर्णय की जानकारी दे दी थी। हालांकि रिपोर्ट आज जारी की गई। विभाग 6 विषयों पर अपर समाहर्ताओं के कार्यों की समीक्षा करता है। इसमें 100 में सर्वाधिक 35 अंक दाखिल-खारिज सुपरविजन पर है। अंचल कार्यालय के निरीक्षण पर 5 अंक निर्धारित हैं। हैरत की बात तो यह है कि इसमें कई अपर समाहर्ताओं को शून्य अंक मिले हैं।
Hindustan 24/11/2022