




● विशेष स्कूलों में नामांकन कक्षा एक और छठीं में होती है
पटना। राज्यभर में 50 हजार की आबादी पर एक अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के बच्चों के लिए स्कूल खोले जायेंगे। सूबे में 40 जगहों पर ऐसे स्कूल खोले जायेंगे। वहीं 30 हजार की आबादी पर एक अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति छात्रावास खोला जाएगा। ऐसे 136 छात्रावास खोलने की तैयारी है। यह अप्रैल 2023-24 सत्र में खोला जायेगा। इसके लिए संबंधित जिलों में जगह चिह्नित की जा रही है।
मालूम हो कि वर्तमान में राज्यभर में एससी और एसटी कोटि के बच्चों को शिक्षित करने के लिए 86 स्कूल चल रहे हैं। इसमें 66 एससी और 20 एसटी कोटि के स्कूल हैं। इन स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई से लेकर रहने तक की व्यवस्था है। सभी में कुल 25 हजार से अधिक बच्चे नामांकित हैं। इन स्कूलों में कक्षा एक से 12वीं तक की पढ़ाई होती है। इनकी परीक्षा बिहार बोर्ड द्वारा ली जाती है। अब 40 और स्कूलों के खुलने के बाद राज्यभर में एससी और एसटी कोटि के बच्चों के कुल 126 स्कूल हो जायेंगे। वहीं नये 136 छात्रावास बनने के बाद राज्यभर में इसकी संख्या बढ़कर 247 हो जाएगी।
पांच एकड़ में बनेगा स्कूल एससी और एसटी कोटि के बच्चों के लिए स्कूल हर जिले में बनाये जायेंगे। स्कूल परिसर पांच एकड़ का होगा। इसमें स्कूल भवन के अलावा छात्र और छात्राओं के रहने की व्यवस्था और कार्यालय भी होगा। इसके अलावा जिम, आउटडोर और इंडोर गेम की आदि की भी व्यवस्था रहेगी।