पहली बार इंटर प्रमाण पत्र और अंक पत्र को यूनिक आईडी से किया जाएगा सुरक्षित




● फॉर्म में पंजीयन संख्या के अलावा यूनिक आईडी का कॉलम अलग से रहेगा● फॉर्म में मोबाइल नंबर और ई-मेल आईडी देना जरूरी
इस मकसद से दिया गया यूनिक आईडी नंबर
● एडमिट कार्ड में फेरबदल नहीं किया जा सकेगा
● यूनिक आईडी से छात्र की पहचान तुरंत कर ली जाएगी
● परीक्षा केंद्र पर फर्जी छात्र को पकड़ना आसान हो जाएगा
● छात्र अपने यूनिक आईडी से अपने प्रमाण पत्र और अंक पत्र आसानी से ऑनलाइन निकाल पाएंगे
● अगर रजिस्ट्रेशन नंबर भूल भी गये तो यूनिक आईडी से अंक पत्र प्राप्त कर सकते हैं
पटना, वरीय संवाददाता। मैट्रिक और इंटर वार्षिक परीक्षा 2023 के सभी परीक्षार्थियों की अब एक यूनिक आईडी से पहचान होगी। परीक्षार्थी अपने यूनिक आईडी से परीक्षा संबंधित जानकारी प्राप्त कर पाएंगे। इसके लिए बिहार बोर्ड ने इंटर और मैट्रिक के लगभग 30 लाख छात्र-छात्राओं को यूनिक आईडी नंबर जारी किया गया है।
13 अंकों के इस यूनिक आईडी नंबर को पंजीयन संख्या प्रपत्र के साथ बोर्ड ने जारी किया है। यानि इस बार से छात्रों को परीक्षा फॉर्म भरने में पंजीयन संख्या के अलावा यूनिक आईडी नंबर भी भराया जा रहा है। इसके लिए बोर्ड ने अलग से कॉलम बनाया है। परीक्षा फॉर्म में पंजीयन संख्या के अलावा यूनिक आईडी का कॉलम अलग से दिया गया है। जो छात्र यूनिक आईडी नंबर नहीं भरेंगे, उनके परीक्षा फॉर्म को रद्द कर दिया जाएगा।
ज्ञात हो कि अभी तक मैट्रिक और इंटर परीक्षार्थी की पहचान उनके पंजीयन संख्या से होती थी। परीक्षा फॉर्म भराने के पहले छात्र-छात्रा का रजिस्ट्रेशन होता है। इस रजिस्ट्रेशन नंबर पर छात्र परीक्षा फॉर्म भरते थे। यह दोनों नंबर परीक्षार्थी का उनके जिला और उनके स्कूल की पहचान करवाता था, लेकिन अब पंजीयन संख्या के अलावा छात्र के पास यूनिक आईडी नंबर होगा। जिससे छात्र इंटर या मैट्रिक परीक्षार्थी होने की पहचान देगा। यह यूनिक आईडी हर छात्र का अलग-अलग होगा। इससे जिलावार नहीं किया गया है। यह बिहार बोर्ड के छात्र होने की पहचान देगाl